बारिश का मौसम अपने साथ जहां ठंडी हवाएं, हरियाली और राहत लाता है, वहीं यह पेट की समस्याओं का कारण भी बन जाता है। खासकर उन लोगों के लिए जो IBS (Irritable Bowel Syndrome) जैसी पुरानी पेट की बीमारी से ग्रसित हैं, यह मौसम किसी चुनौती से कम नहीं होता।
मैं खुद IBS से जूझ चुका हूं, और मुझे ये बात अच्छे से पता है कि बारिश का मौसम आते ही मेरा पेट गड़बड़ाने लगता था — कभी लूज़ मोशन, तो कभी पेट में तेज मरोड़। लेकिन कुछ घरेलू उपाय और सावधानियों ने मेरी इस समस्या को काफी हद तक काबू में ला दिया है। आज मैं उन्हीं अनुभवों को आपके साथ साझा कर रहा हूं।
बरसात में पेट की समस्या क्यों बढ़ जाती है?
बारिश के मौसम में नमी बढ़ जाती है और तापमान में बदलाव आता है। ऐसे में:
पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है
बैक्टीरिया और वायरस तेजी से फैलते हैं
दूषित पानी और गंदा खाना आसानी से शरीर में जाकर पेट की समस्याएं पैदा करते हैं
IBS के मरीजों को ये मौसम और भी ज्यादा प्रभावित करता है क्योंकि उनका डाइजेस्टिव सिस्टम पहले से ही संवेदनशील होता है।
IBS और बारिश: मेरी कहानी
मैं पिछले कुछ सालों से IBS से पीड़ित रहा हूं। पहले मुझे खुद समझ नहीं आता था कि हर बार जुलाई-अगस्त आते ही मेरा पेट क्यों गड़बड़ाने लगता है?
सुबह उठते ही पेट में मरोड़
दो-तीन बार टॉयलेट जाना
और कई बार लूज़ मोशन इतना बढ़ जाता था कि बाहर जाना भी मुश्किल हो जाता था।
फिर मैंने गौर किया कि मैं बारिश में वही पानी पीता था जो सीधे नल से आता था, जो ठंडा भी होता था और कई बार दूषित भी।
क्या बदला मैंने?
एक दिन एक आयुर्वेद डॉक्टर ने मुझे सलाह दी कि:
“बारिश के मौसम में कभी भी सीधा पानी मत पीजिए, उसे उबालकर या गुनगुना करके ही पिएं।
मैंने यह बात गांठ बांध ली। इसके बाद मैंने हर बार पानी को या तो उबाला या हल्का गुनगुना करके पिया।
और वाकई में, उसके बाद मेरी पेट में मरोड़ और लूज़ मोशन की समस्या काफी हद तक ठीक हो गई।
IBS और सामान्य पेट की समस्या: लक्षण
पेट में दर्द या मरोड़
बार-बार टॉयलेट जाना
गैस, अपच और भारीपन
भूख कम लगना
थकान और चिड़चिड़ापन
बारिश के मौसम में IBS और पेट की तकलीफ से बचाव के उपाय
जैसा मैंने ऊपर बताया, गुनगुना या उबला हुआ पानी पीने से पाचन बेहतर होता है और संक्रमण से बचाव होता है।
✅ 2. हल्का और सुपाच्य भोजन लें
खिचड़ी, मूंग दाल, सादा रोटी
तला-भुना और मसालेदार भोजन से बचें
रात्रि का खाना हल्का रखें
✅ 3. प्रोबायोटिक्स का सेवन करें
दही (अगर सूट करता हो), छाछ
फर्मेंटेड चीजें पेट को शांत करती हैं
✅ 4. अदरक और सौंठ का इस्तेमाल
अदरक की चाय या सौंठ का पानी पेट दर्द और अपच में लाभकारी होता है।
✅ 5. धूप लें और एक्सरसाइज करें
बारिश में धूप कम होती है, जिससे विटामिन D की कमी होती है। घर में ही हल्की स्ट्रेचिंग या योग करें।
किन चीजों से बचें?
सड़क किनारे का खाना दूषित हो सकता है
ठंडा पानी / कोल्ड ड्रिंक पाचन खराब करता है
दूध वाले भारी पेय गैस और भारीपन बढ़ाते हैं
बिना ढका खाना बैक्टीरिया का खतरा
आयुर्वेदिक सुझाव
त्रिफला चूर्ण: रात को गुनगुने पानी के साथ
बिल्व चूर्ण या बेल का शरबत: दस्त में फायदेमंद
सौंफ + अजवाइन + काला नमक: भोजन के बाद लें
(Note: उपयोग से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें)
मानसिक स्वास्थ्य का भी रखें ध्यान
IBS सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक स्तर पर भी प्रभावित होता है। बारिश में जब लोग घर में बंद रहते हैं, तो तनाव, चिंता और अकेलापन IBS को और बढ़ा सकता है।
ध्यान (Meditation) करें
पसंदीदा म्यूजिक सुनें
खुद को व्यस्त रखें
मेरा निष्कर्ष (Personal Conclusion)
मुझे अब यह समझ आ गया है कि IBS को मौसम के अनुसार मैनेज करना जरूरी है।
बारिश के मौसम में सिर्फ दवा ही नहीं, बल्कि पानी पीने का तरीका, खाना, और दिनचर्या भी मायने रखती है।
गुनगुना पानी मेरी लाइफ का गेमचेंजर रहा है। अगर आप भी मेरी तरह बारिश में पेट की परेशानी से जूझते हैं, तो इसे जरूर आजमाएं।
आपसे एक अनुरोध
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